कोठे ऊपर कोठडी मैया का भवन सजा दूंगी ||
जो मेरी मैया टिका माँगे बिंदिया और लगा दूंगी .... जो मेरी मैया पेहन के निकलै जयकारा लगवा दूंगी || कोठे ऊपर कोठडी मैया का भवन सजा दूंगी
जो मेरी मैया कुंडल माँगे नथनी भी पेहना दूंगी .... जो मेरी मैया पेहन के निकलै जयकारा लगवा दूंगी || कोठे ऊपर कोठडी मैया का भवन सजा दूंगी
जो मेरी मैया लाकेट माँगे माला भी पेहना दूंगी .... जो मेरी मैया पेहन के निकलै जयकारा लगवा दूंगी || कोठे ऊपर कोठडी मैया का भवन सजा दूंगी
जो मेरी मैया चूड़ी माँगे मेहंदी भी लगवा दूंगी .... जो मेरी मैया पेहन के निकलै जयकारा लगवा दूंगी || कोठे ऊपर कोठडी मैया का भवन सजा दूंगी
जो मेरी मैया लहंगा माँगे चुनरी भी ओढा दूंगी .... जो मेरी मैया पेहन के निकलै जयकारा लगवा दूंगी || कोठे ऊपर कोठडी मैया का भवन सजा दूंगी
जो मेरी मैया पायल माँगे बिछुवे भी मंगा दूंगी .... जो मेरी मैया पेहन के निकलै जयकारा लगवा दूंगी || कोठे ऊपर कोठडी मैया का भवन सजा दूंगी
जो मेरी मैया हलवा मांगे पूरी भी बनवा दूंगी .... जो मेरी मैया भोग लगाये जयकारा लगवा दूंगी || कोठे ऊपर कोठडी मैया का भवन सजा दूंगी